Everything about treatment piles pregnancy

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नियमित रूप से व्यायाम एवं प्राणायाम करें।

इसमें दर्द, जलन और सूजन होती है, लेकिन खून नहीं आता।

सक्रिय जीवनशैली : नियमित व्यायाम भी कब्ज को रोकने और रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद कर सकता है, जिससे बवासीर को बढ़ाने से रोका जा सकता है।

ट्रोनोलेन हेमोराइड क्रीम: यह सूजन, खुजली और दर्द को ठीक व कम करने के लिए एस्ट्रिंजेंट के रूप में काम करती है।

इस ब्लॉग में हम बवासीर के कारण, लक्षण, घरेलू उपाय, आयुर्वेदिक चिकित्सा और जीवनशैली में बदलावों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि आप इस समस्या को बेहतर तरीके से समझ सकें और इसे दूर कर सकें।

इसबगोल, त्रिफला जैसी प्राकृतिक चीज़ें कब्ज़ से राहत देने में मददगार हैं।

शतावरी: गुदा की नसों को मजबूत बनाती है और खून आना रोकती है।

अधिक तला एवं मिर्च-मसाले युक्त भोजन करना।

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है.

शौचालय स्वच्छता : बिडेट का उपयोग या पानी के साथ पेरिअनल क्षेत्र की सफाई की सिफारिश की जाती है। यह गुदा क्षेत्र को सूखा रखेगा और संक्रमण की संभावना को कम करेगा

छाछ को बवासीर में अमृत माना जाता है। इसमें काला नमक और piles treatment food भुना हुआ जीरा मिलाकर पिएं। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज को दूर करता है।

पवनमुक्तासन और भुजंगासन जैसे योगासन गुदा क्षेत्र में रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं।

अधिक जानने के लिए हिंदी में त्रिफला चूर्ण के फायदों के बारे में हिंदी में पढ़ें।

यह भी पढ़ें: बवासीर बनाम रेक्टल प्रोलैप्स: क्या अंतर है?

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